बचपन… Childhood

पहले जैसे मासूमियत
वो समर्पण
अब नहीं है मुझमें
दाँत से काँट
गोली बाँट
खाया था हमने
अब समझदारी
का रोग लगा है
वो निःस्वार्थ हिस्सा
अब झूठा लगता है मुझे ।।1।।

अब आधा नहीं
पूरा हिस्सा
चाहिये जमीन का
बैठ कभी खाये थे संग
वो भाई की थाली
अब झूठी लगती है मुझे ।।2।।

न हदें न सरहदें
रिश्तों के बीच
न कोई लकीर थी
न पहले जैसे प्यार
वो विश्वास
अब, नहीं है मुझमें
दिलों में गाँठ
दिलों में फाँस
अब है अधिक
जब से रोग लग है
हर निश्छल प्रेम
अब झूठा लगता है मुझे
बंधन का रोक टोक
आकरण लगता है मुझे ।।3।।

नुमाया…

बे वजह बात बढ़ जाती है
दयार दयार फ़ैल जाती है
कमबख्त इश्क़ न हुआ, नुमाया है कोई
हर नज़र चुभ जाती है ।।

बिल्ली मौसी…

शेर की मौसी बिल्ली कहलाती
म्याऊँ म्याऊँ कर घर को आती ।।

तांक झांक घर घर करती
चुपके चुपके सारा दूध पीती ।।

उछल कूद करती रहती
सारा दिन चूहों को पकड़ती ।।

बिल्ली मौसी बिल्ली मौसी
सारा दिन वो उधम करती ।।

हिंदी … अंग्रेजी …

ये हिंदी की बस्ती है
जहाँ अंग्रेजी सजती है ।।

हिचकिचाहट है आज हिंदी के लिए
लोगों के जुबां में, आज अंग्रेजी सजती है ।।

श्री राम नवमी…

राम …
भक्ति, शक्ति
धैर्य, शौर्य
कर्म, धर्म
उदार, गंभीर
शालीन, वचन
विजय, सत्य, न्याय
त्याग, संयम, उत्तम
शासन, पुरषोत्तम
का नाम है ।। … जय श्री राम … ।।

।। राम नवमी की हार्दिक शुभकामनाऐं ।।

Doha… दोहा…

रहिमन पानी रखिये, बिन पानी बचे न कोय
तरुवर सूखे घरती फटे तिलतिल हर जीवन होय ।।

पानी संचय रखियो, खेत खलिहान जीवन भरपूर
बह मिलो जो सागर को, न जीव जन अनुकूल ।।

परिंदा प्यासा तरुवर प्यासा, प्यासा रे जन
जीव जंतु का दोष नहीं, मानुष छेदा धरती तन ।।

शहीद दिवस … 2 Shaheed diwas

शहीदे हिंद
है नाम तेरा
है भगत सुखदेव राजगुरु
माँ भारती
है ऐसे लाल तेरा
चुम झूले फाँसी पर
है ऐसे बलिदान तेरा
करता है “यज्ञ”
शत् शत् प्रणाम तुम्हें
मेरी आजादी है
नाम तेरा ।।

प्रतीक्षा… इंतज़ार… Waiting

दिनकर की मद्धम किरणें
हाय और ये सांझ की बेला
चोट पे चोट करे
मंद बहती ये पवन पुरवईया
एक आश तुम्हारा
पर क्यों समाप्त नहीं होती
हाय ये प्रतीक्षा की बेला ।।