चलते रहना देख जिंदगी का शर्त क्या है
यज्ञ थम गये तो जिंदगी का अर्थ क्या है ।।
जब किसीके काम ही न आये तो
फिर जुबां खोलने का तर्क क्या है ।।
हाँथ थाम ले अपने माता पिता का
तू समझ उनका ये कर्ज़ क्या है ।।

तुम तो न बरसाओ अंगारे यज्ञ
फिर तुझमें और उसमें फ़र्क़ क्या है ।।
जब न किये किसके मोहब्बत तो
फिर ऐसी जिंदगी का अर्थ क्या है ।।
माना वो ख़्वाब यज्ञ न होने पूरे
पर यारों देखने में हर्ज़ क्या है ।।